जब हम किसी भी पावर हाउस या बिजली सबस्टेशन में जाते हैं, तो वहां ज़मीन पर फैली हुई मोटी-मोटी कंकड़ (Gravel) देखी जाती हैं। क्या ये सिर्फ ज़मीन को ढकने या सजावट के लिए होती हैं? नहीं! ये कंकड़ आपकी और कर्मचारियों की जान बचाने के लिए बिछाई जाती हैं।
Gravel कैसे करता है सुरक्षा?
पावर हाउस में हजारों वोल्ट का हाई वोल्टेज करंट चलता है। अगर कोई वायर टूटकर ज़मीन पर गिर जाए तो वह जगह करंट से भर सकती है। पर Gravel वहां करंट को फैलने से रोकता है।
Gravel का मुख्य कार्य है – पोटेंशियल डिफरेंस को रोकना।
जब कोई तार ज़मीन पर गिरता है तो आसपास की जगह में वोल्टेज का फर्क पैदा होता है, जिसे Step Potential कहते हैं। अगर कोई व्यक्ति उस क्षेत्र में चलता है तो उसके दोनों पैरों के बीच में वोल्टेज का फर्क हो सकता है, जिससे उसे करंट लग सकता है।
Gravel non-conductive होता है, यानी वह करंट को बहने नहीं देता। इससे Step Potential और Touch Potential दोनों कम हो जाते हैं।

अगर तार ज़मीन पर गिर जाए तो क्या करें?
- तुरंत 8-10 मीटर की दूरी बना लें।
- किसी को भी पास ना जाने दें।
- बिजली विभाग को तुरंत कॉल करें।
- तार को किसी भी वस्तु से हिलाने की कोशिश ना करें।
- बारिश के मौसम में विशेष सावधानी रखें।
आम गलतियाँ जो लोग करते हैं:
- तार को लकड़ी, पाइप या किसी अन्य वस्तु से हटाने की कोशिश करना
- घटनास्थल पर भीड़ लगाना
- फोटो या वीडियो खींचना
- यह सोचना कि “तार अब करंट नहीं दे रहा”
याद रखें: करंट दिखता नहीं, लेकिन जान ले सकता है।
Gravel और Earthing का संबंध:
Gravel के नीचे अक्सर Earthing Rods या Mesh लगाए जाते हैं, ताकि अगर करंट ज़मीन में आए तो वो direct ग्राउंड में चला जाए। Gravel इस सिस्टम को सपोर्ट करता है।
निष्कर्ष:
Gravel सिर्फ दिखने के लिए नहीं, बल्कि सबसे ज़रूरी सेफ्टी सिस्टम का हिस्सा है। यह बिजली के रिसाव को रोकता है और जानमाल की रक्षा करता है।
अगर कभी आपके सामने कोई बिजली का तार ज़मीन पर गिर जाए, तो खुद हीरो बनने की बजाय, सही कदम उठाइए — खुद को और दूसरों को बचाइए।