अगर Airplane Mode ऑन न किया जाए तो क्या हो सकता है? | जानिए फ्लाइट से जुड़ी खतरनाक सच्चाई

जब हम किसी फ्लाइट में बैठते हैं, तो टेक-ऑफ से पहले क्रू मेंबर बार-बार कहते हैं – “Please switch your phone to airplane mode.” लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर कोई ऐसा न करे तो क्या हो सकता है?

एरोप्लेन मोड का मुख्य काम आपके मोबाइल के नेटवर्क सिग्नल्स को बंद करना होता है। जब आपका फोन नेटवर्क सर्च करता है, तब वह रेडियो वेव्स छोड़ता है। यह रेडियो वेव्स पायलट की नेविगेशन सिस्टम और एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क को डिस्टर्ब कर सकते हैं।

क्या वास्तव में इससे हादसा हो सकता है?

जी हां! टेक्नोलॉजी के बावजूद आज भी यह खतरा बना रहता है। यदि कई यात्रियों ने अपने मोबाइल का एयरप्लेन मोड ऑन नहीं किया, तो cockpit में मौजूद रेडियो सिस्टम में “static noise” आ सकती है, जिससे पायलट को निर्देश समझने में दिक्कत हो सकती है।

इसके अलावा, कुछ rare cases में interference इतना ज्यादा होता है कि पायलट को कुछ सिग्नल समय पर नहीं मिलते, जो फ्लाइट की सेफ़्टी पर भारी पड़ सकता है।

असली उदाहरण:

2014 में एक फ्लाइट में टेक-ऑफ से कुछ ही समय पहले पायलट को repeated signal interference की शिकायत हुई। जांच में पता चला कि कई यात्रियों के फोन ऑन थे।
हालांकि हादसा नहीं हुआ, परन्तु ये एक चेतावनी थी कि एक छोटी सी लापरवाही कितनी बड़ी बन सकती है।

निष्कर्ष:

एयरप्लेन मोड सिर्फ एक नियम नहीं, बल्कि आपकी जान की सुरक्षा का हिस्सा है। अगली बार जब आप फ्लाइट में बैठें, तो इस मोड को ऑन करना न भूलें। यह एक बटन आपकी और दूसरों की जान बचा सकता है।

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