Electric Fence
Electric Fence यानी विद्युत बाड़ एक ऐसी तकनीक है जो किसी एरिया की सुरक्षा के लिए बनाई जाती है। इसका मुख्य काम होता है – जानवरों या इंसानों को उस जगह में घुसने या बाहर निकलने से रोकना।
इस फेंस में नियमित अंतराल पर करंट भेजा जाता है, जो कि low ampere और high voltage का होता है। यानी झटका तेज़ लगता है, पर आमतौर पर जानलेवा नहीं होता।
ये कैसे काम करता है?
Electric Fence का सिस्टम कुछ इस तरह होता है:
- Energizer – ये डिवाइस हाई वोल्टेज बनाता है।
- Wires (तारें) – स्टील या एल्यूमिनियम की होती हैं, जो करंट पास करती हैं।
- Ground Rods – ज़मीन में गड़ा हुआ हिस्सा जो सर्किट पूरा करता है।
- Battery या Solar Panel (पावर स्रोत):
Fence को बिजली देने के लिए बैटरी या सोलर सिस्टम का प्रयोग किया जाता है।
काम करने की प्रक्रिया (Electric Fence)
Energizer or Wire or Touch by animal or Earth rod or Back to Energizer and Shock!
- जब कोई जानवर या व्यक्ति तार को छूता है, तो उसका शरीर conductor बन जाता है और एक छोटा, लेकिन तेज़ झटका लगता है।
- ये झटका 1 सेकंड से भी कम समय का होता है लेकिन इतना तेज होता है कि अगली बार छूने से पहले डर पैदा कर दे।
क्या ये नुकसानदायक है?(Electric Fence)
अब बात करते हैं सबसे बड़े सवाल की — क्या Electric Fence से जान जा सकती है?
आमतौर पर इसका जवाब है “नहीं” — ये फेंसिंग इस तरह बनाई जाती है कि ये सिर्फ डराने और रोकने के लिए हो, मारने के लिए नहीं।
लेकिन अगर कोई लगातार बहुत देर तक तार को पकड़े रहे या उसका हार्ट कंडीशन पहले से खराब हो, तो खतरा हो सकता है।
कहां-कहां इसका इस्तेमाल होता है? Where is it used?
- खेतों की रक्षा के लिए (जंगली जानवरों से)
- जेलों की बाउंड्री पर
- मिलिट्री या हाइ सिक्योरिटी जोन में
- कुछ देशों में घरों की दीवारों पर भी
क्या आप जानते हैं?
कुछ electric fences में solar-powered energizers लगाए जाते हैं जो दिनभर सूरज की रोशनी से चार्ज होकर रातभर सुरक्षा देते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
Electric Fence